क्या था मुद्दा ?
जून 2018 में अमेज़न ऐशट्रे आने के बाद मानो बाढ़-सी आ गयी थी। देशभर के लोगो ने जमकर इसका विरोध किया चाहे वो फेसबुक पर पोस्ट के माध्यम से हो चाहे ट्विटर पर ट्वीट या फिर सीधा अमेज़न पर रिपोर्ट करने से हो। हालांकि ये पहली बार नही था जब देशभर में लोगो द्वारा किसी अमेज़न प्रोडक्ट का विरोध किया गया हो। इससे पहले जनवरी, 2017 में भी भारतीय tricolour themed doormat के आने पर स्वयं विदेश मंत्री सुषमा स्वराज द्वारा इसकी कड़ी निंदा की गई थी जिसमे उन्होंने सभी अमेज़न ऑफिसर का वीसा रद्द करने की चेतावनी दी थी जिसके चलते बकायदा अमेज़न ने एक माफ़ीनामा भी दिया था। सिलसिला यही खत्म नही होता जूते और जूते के फीते पर तिरंगा जैसा प्रिंट (ADE indian flag women's chukka canvas shoe M003), राष्ट्रीय चिन्ह अशोक चक्र भी डॉग-टी-शर्ट (mahatma gandhi silhouette funny dog coats) पर एवं गांधी फ्लिप फ्लॉप के नामसे एक प्रोडक्ट जिसमे गांधी जी की प्रिंटेड फ़ोटो थी खैर एकबार फिर रिपोर्ट करने पर इन सारे प्रोडक्ट्स को अमेज़न की साइट से हटा दिया गया।
हद्द तो तब हुई जब 'अमेज़न ऐशट्रे' नामक एक प्रोडक्ट अमेज़न इंडिया की साइट पर आया हर बार की तरह पहले इसे अमेज़न इंडिया से और फिर इंटरनेशनल साइट से इसे हटा दिया गया।
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अमेज़न के प्रोडक्ट व उनके चित्र |
यह प्रोडक्ट आपत्तिजनक क्यों था?
बता दूं कि अमेज़न इंडिया पर 'tripolar creative ashtray' नाम से यह प्रोडक्ट बेच जा रहा था। डिज़ाइन कुछ ऐसा था कि महिला को आपत्तिजनक स्थिति में दिखाया गया था। इस ऐशट्रे को एक लड़की का रूप दिया गया है जो एक टब में लेटी हुई है और उसके तन पर नाममात्र के कपड़े हैं। यह लड़की अपने पैर चौड़े किये लेटी हुई है और उसकी वेजाइना स्मोकर के लिए खुली हुई है। 'क्रिएटिविटी' के नामपर लोगो को बताया जा रहा है कि लड़की की वेजाइना में सिगरेट घुसाकर बुझा सकते हैं।
विचार कीजिये, आपने ऐसा एक प्रोडक्ट ख़रीदा क्योंकि वो आपको आकर्षित लगा या चलिए मान लीजिये की वो आपको किसी ने तोहफे में ही दिया है। पहले आप थोड़ा हिचकते है अपनी सिगरेट को बुझाने में लेकिन उसके बाद आप उसे बुझा देते है आखिरकार वह केवल ऐशट्रे ही तो है और आप किसी को असल में तो नुकसान नहीं पहुचा रहे है? लेकिन जैसे जैसे आप अपनी एक एक सिगरेट उसके वेजाइना में बुझाते है अवचेतन रूप से आप इस विचारधारा में धसते जाते है कि महिला का एक वस्तु के रूप में प्रयोग किया जा सकता है।
भारत जैसै देश में ऐसा प्रोडक्ट?
एक ऐसे देश में जहाँ महिलाएं शुरू से प्रताड़ित होती आयी हैं। जहां हर मिनट कोई बलात्कार होता है वहां इस तरह का प्रोडक्ट बेचना मानवता को भी शर्मसार करने जैसा है। जिस देश में निर्भया केस हुआ है जिसमे एक लड़की के प्राइवेट पार्ट में सरिया घुसाकर इंसानियत को कुचलने के काम किया गया वहां इस तरह के उत्पाद लोगो की विकृत मानसिकता को और बढ़ावा देने का काम करेगा। दुख तो इस बात का है कि एकबार फिर आवाज कुछ पलों के लिए उठी और हमेशा की तरह केवल फाइलों, पोस्ट्स और कमैंट्स में ही दबकर रह गयी कबतक देश की बेटी, बहन, माँ को शारीरिक व मानसिक तौर पर प्रताड़ित किया जाएगा? प्रताड़ना का शिकार कुछ महिलाओं ने तो जैसे हालातो से समझौता-सा कर लिया है।
प्रश्न क्या है?
प्रश्न तो यह है कि क्या केवल अमेज़न ही इसके लिए जिम्मेदार है? केवल प्रोडक्ट को साइट से हटा देना ही इस समस्या का हल है?
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