ये 'वर्चुअल' दुनियां वाली भीड़ ज्यादा खतरनाक क्यों है?
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भीड़ कोई भी हो, खतरनाक होती है। ये दिशाहीन, बेकार, हताश, नकारवादी, विध्वंसवादी लोगों की यह भीड़ सही-गलत नहीं देखती। ये भीड़ हर जगह होती है और हम सबके बीच ही रहती है। आपके कॉलेजों में, आपके गली-मोहोल्ले में और हां आपके और हमारे फेसबुक/ ट्विटर/व्हाट्सएप्प पर भी। यकीन मानिए ये फेसबुक/ट्विटर वाली 'वर्चुअल भीड़' ज्यादा खतरनाक है। क्योंकि ये आपको प्रत्यक्ष तौर पर तो नहीं मारती ना ही ये खून खराबा करती है लेकिन ये आपके मन मस्तिष्क में उपजे किसी भी प्रकार के 'अपने से अलग या दूसरे विचार' को पनपने ही नहीं देती है। ये समझते हैं कि आप इन्हीं का हिस्सा हैं लेकिन जैसे ही आप कुछ अलग विचार रख देते हैं ये आप पर बरस पड़ती है। ये महत्वाकांक्षी खतरनाक विचारधारावाले लोगों का समूह होता है जो हर दिन, हर वक्त एक्टिव रहती है। इनका काम आदर्शवाद बघारना है और फिर घटिया से घटिया उपयोगितावादी की तरह व्यवहार करना है। अपने आपको आदर्शवादी और त्यागी घोषित करने का ये ट्रेंड खतरनाक है।
उस प्रत्यक्ष लोगों वाली भीड़ का इस्तेमाल तो नेपोलियन, हिटलर ने किया ही था लेकिन इस वर्चुअल भीड़ का इस्तेमाल ये आज की इंफ्लुएंसर बनी और कुछ कथित बुद्धिजीवियो की जमात कर रही होती है। यह वर्चुअल भीड़ किसी भी ऐसे संगठन के साथ हो सकती है जो केवल और केवल समाज में उन्माद और तनाव पैदा करने के लिए होती है। फिर ये भीड़ आपको अपने साथ लेकर विध्वंसक काम करवाती हैं जैसा कि अब हो रहा है। हमारे देश में यह भीड़ बढ़ रही है। इसका उपयोग भी हो रहा है। आगे इस भीड़ का उपयोग सारे राष्ट्रीय और मानव मूल्यों के विनाश के लिए, लोकतंत्र के नाश के लिए करवाया जा सकता है। खैर, अभी भी करवाया जा रहा है।
लेकिन हम आने वाली पीढ़ियों को समझना होगा कि हमारे और आपके आस पास मौजूद ये वर्चुअल दुनिया वाली भीड़ केवल आपको दलदल में फंसाने का काम कर रही हैं, दुनिया में जो क्रांतियाँ हुई हैं, सामाजिक परिवर्तन हुए हैं, उनमें युवकों की बड़ी भूमिका रही है।
मैं मानती हूँ कि इन्हें अपना लेना आसान होता है। इनकी हां में हां कर देना बेशक आसान है। मगर दोस्त जो पीढ़ी ऊपर की पीढ़ी की पतनशीलता अपना ले क्योंकि वह आपकी सुविधा में है और उसमें सुख है तो वह पीढ़ी कोई परिवर्तन नहीं कर सकती। ना तुम, ना मैं और ना कोई और ये परिवर्तन कर पायेगा।
दोस्त, मत बनने दीजिये खुद को इनका हथियार। मत बनिये इनकी कठपुतली।
#virtualcrowd #virtualhatred
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