नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो की रिपोर्ट के अनुसार उत्तर प्रदेश में 2016 से 2019 के बीच महिलाओं के प्रति हो रहे अपराध 20% तक बढ़े हैं। 2015 में यह संख्या 35,908 थी, 2016 में 49,262....2017 में बढ़कर हुई 56,011 और 2018 में 59,445।
2018 में 3,946 रेप केस रजिस्टर हुए हैं। भारत जैसे देश में कागज़ी और असल के आंकड़े में जमीन आसमान का फर्क होता है। ये भी संख्या कागज़ी है, असल में कितने हैं इसका अनुमान आप लगा सकते है ।
हाथरस में जिस 19 साल की बच्ची का रेप हुआ था, अब नहीं रही। 'बच्ची' ही कहूंगी, 'महिला' नहीं।
एन्टी रोमियो स्क्वाड की जगह 'एन्टी रेप स्क्वाड' या 'एन्टी हरर्समेंट् स्क्वाड' बनवा दीजिये। शायद कुछ सुधार आ जाये।
खैर! आप फिर भी रहिए और रखिये हमें भी यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते रमन्ते तत्र देवताः वाली खुमारी में।
(Source: The Hindu)