#HARYANA_ELECTION_2019
मनोहर लाल खट्टर (भाजपा), दुष्यंत चौटाला (जेजेपी) और ओमप्रकाश चौटाला (इनेलो) तीनों रैलियों में जाना हुआ तीनों की रैलियां एक दूसरे से बहुत अलग थी........
1. भाजपा की रैली: सुसज्जित, सुव्यवस्थित, अनुशासन, अधिकतर लोग एकदम tip-top, महंगी गाड़ियां, उन्हें पार्क करने के लिए एक प्रॉपर जगह, ड्रोन, कैमरे, हेलीकॉप्टर (प्रधानमंत्री जो पधारे थे), हरियाणा में घुसते ही ये बड़े बड़े पोस्टर, toll free day...और एक बढ़िया इवेंट मैनेजमेंट का नमूना।
2. इनेलो की रैली: पुराने ज़माने वाले एम्पलीफायर, पंखे(वो खम्बों पर लगने वाला 2 पंखों का जोड़ा), एकदम सिंपल, लोग भी सिंपल, महिलाओं की संख्या दोनों रैली(BJP और JJP) के अपेक्षा कम, ड्रोन भी बाद में आया, मीडिया मैनेजमेंट की कमी, एकदम घर वाला माहौल, कोई लीपापोती नहीं, कोई बनावट नहीं, कोई फालतू के झमेले नहीं, सीधी-साधी 'रैली' type रैली और हां पंजाबी लोगों की संख्या दोनों रैलियों की अपेक्षा ज्यादा रही।
3.जेजेपी की रैली: ट्रैक्टरों की भीड़ और उसमे बैठकर हुक्का गुड़गुड़ करते लोग, ढोल, नाच, गाना, हरियाणा का कल्चर समेटे हुए, इसमे दोनों रैलियों के गुण थे, ये एडवांस भी थी और सिंपल भी, रंगारंग कार्यक्रम, 1 मिनट को भी कोई बोर न हो पाए ऐसी रैली, कुलमिलाकर एक बढ़िया रैली का नमूना।
भाजपा की रैली एकदम VIP रैली थी सब बहुत बनावटी था, भीड़ थी बेशक भीड़ थी लेकिन वो हरियाणा नहीं था (जहां तक मुझे लगा)....वहीं इनेलो की रैली सिंपल काफी सिंपल, बनावट से कोसों दूर...इसका कारण क्या रहा पता नहीं ..एकदम पुराने ज़माने वाली 'रैली' टाइप रैली, लोग थे लेकिन ऐसा लग रहा था मानो formality पूरी करने आएं हो....वहीं पर जेजेपी की रैली मज़ेदार काफी मज़ेदार ...ट्रैक्टरों की भीड़ के साथ हरियाणा का पूरा कल्चर समेटे हुए, लोग अपनी मस्ती में मस्त थे, ऐसा लग रहा था की मानो दिल से दुष्यंत को प्यार देने आएं हो...कोई formalities नहीं इसका कारण शायद लोगो के बीच दुष्यंत का प्यार भी हो सकता है।
लेकिन कुछ भी कहो ...यारररररर....ये हरियाणा के लोग बड़े प्यारे हैं❣️
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