Friday, May 15, 2020

गालियां हमारी बलात्कारी मानसिकता को दिखाती हैं।


सोशल मीडिया अलग खेल है। यहां कभी भी कुछ भी ट्रेंड हो सकता है। जैसे अभी #Isupportcarryminati  भयंकर रूप से ट्रेंड कर रहा है। जिस दिन मैंने ये वीडियो देखी थी उस दिन इसपर 64M views थे और 10M likes। आपकी नज़र में माँ-बहन की गाली देने को ही 'Roasting' कहा जाता है तो हमारे देश के हर घर से एक-एक #CarryMinati निकलेगा।
13 मिनट तक के इस वीडियो में और तो कुछ नहीं लेकिन #CarryMinati किस तरह से #ट्रांस्फोबिया, #बॉडी_शेमिंग, #मिसएगोनी जैसी चीजों से मानसिक तौर पर ग्रसित हैं। भाई दूसरों पर हगने को आप content creating कहते हैं तो बन्द ही कर दीजिये ऐसा कंटेंट बनाना। (खैर कंटेंट तो कहां ही create कर रहे हैं, आप हग ही रहे हैं मुँह से।)
क्या है ना बाबू आप अपने 'मज़ाक' को जस्टिफाई करने के लिए दूसरों के सर पर नहीं हगते हैं ना।🙂
#Carryminati अपनी इस वीडियो की शुरुआत टिक-टॉक चलाने वालों के लिए 'tik-tok की बेटियां', 'छक्कों' जैसा शब्दों का प्रयोग कर रहे हैं। और बार बार कह रहे हैं कि मज़ाक को मज़ाक की तरह लिया जाना चाहिए। पहली चीज़ ये मज़ाक कैसे है? 3rd gender के अपने अलग struggle हैं। हम या आप में से कोई भी इस struggle को नहीं समझ सकते हैं। हम अपनी आम ज़िन्दगी में 'मज़ाक' में ही सही लेकिन 'छक्के' और 'हिजड़ों' जैसे शब्दों का प्रयोग कर देते हैं। ऐसे ही आप गालियों का प्रयोग करते हैं जिसमें आप अप्रत्यक्ष तौर पर अपनी ही माँ, बहन, बेटी, बीवी, प्रेमिका, दोस्त को गाली दे रहे होते हैं। 

मुझे नहीं पता तेरी माँ की **** या तेरी बहन की*** जैसी गालियों पर लोगों को हंसी आती कैसे है? मेरी खुद ना जाने ऐसे कितने लोगों से बात होती है जो अक्सर गालियों को ये कहकर जस्टिफाई करते हैं कि गुस्से में निकल जाती है। 
आप कितने ही बड़े हों, कितने ही प्रतिष्ठित हों, कितने ही 'दिल से अच्छे इंसान' हों अगर आप अपने गुस्से को जताने के लिए या फिर हंसी मज़ाक में ही सही माँ-बहन जैसी गालियों का प्रयोग करते हैं तो मेरी नज़र में आपकी 1 पैसे की भी इज़्ज़त नहीं है। हां मैं आपके सामने pretend कर सकती हूं कि मुझे फर्क नहीं पड़ रहा है आपको भैया, सर या दोस्त बोलकर। लेकिन मुझे फर्क पड़ता है। सुन लीजिये मुझे फर्क पड़ता है और आप लोगों से बात कर रही हर लड़की या औरत को फर्क पड़ना चाहिये। गालियां इस बात की गवाह हैं कि हमारा समाज किस प्रकार बलात्कारी मानसिकता से ग्रसित है। 'आप' किस तरह से मानसिक तौर पर बलात्कारी की श्रेणी में आते हैं। 

(माँ-बहन की गाली को cool समझने वाली और गाली देने वाली लड़कियों को तो डूब ही मरना चाहिए।)

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